हर किसी की जिंदगी में एक दौर जरूर आता है, जब किसी इंसान को किसी से प्यार हो जाता है। कोई अपने प्यार को पा लेता है, तो कोई सफल नहीं हो पाता
किसी को प्यार आसानी से मिल जाता है, तो किसी को बहुत संघर्ष के बाद
कभी प्यार में धोखा होता है, तो कभी कोई खुद अपने प्यार को धोखा दे देता है,। और कई बार ऐसा भी होता है कि किसी को पता ही नहीं चलता कि कब और कैसे प्यार हो गया।
प्यार एक एहसास है, एक जज़्बात है जो दिल से महसूस किया जाता है
प्यार में इंसान सब कुछ भूल जाता है, यहां तक कि दिमाग से सोचना बंद कर देता है और सिर्फ अपने दिल की सुनता है। यही प्यार की ताकत है कि इंसान को अपने दिल की आवाज़ पर चलने के लिए मजबूर कर देती है। जब किसी को प्यार हो जाता है, तो वह कहता है कि रीजनिंग और दिमाग भूल जाओ, मैं सिर्फ अपने दिल की सुनता हूं। हर सच्चा आशिक यही करता है—सिर्फ अपने दिल की सुनता है, जो दिल कहे वही करता है। बाकी सब चीज़ें प्यार में महत्व नहीं रखती।