ज्ञानविज्ञानयोग – समाज और मोक्ष cover art

ज्ञानविज्ञानयोग – समाज और मोक्ष

ज्ञानविज्ञानयोग – समाज और मोक्ष

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इस एपिसोड में हम चर्चा करते हैं कि भगवद्गीता का “ज्ञानविज्ञानयोग” केवल एक आध्यात्मिक सिद्धांत नहीं, बल्कि आधुनिक समाज के संतुलन और कल्याण की नींव है।
ज्ञान (आध्यात्मिक आत्मबोध) और विज्ञान (भौतिक विवेक) का समन्वय जीवन में शांति, समाज में स्थिरता, और आत्मा में मुक्ति का मार्ग प्रशस्त करता है।

यह एपिसोड “अध्यात्मिक प्रबोधन: गीता के 18 योग” पुस्तक श्रृंखला पर आधारित है और बताता है कि भक्ति, ज्ञान और सेवा के मार्ग पर चलकर कैसे व्यक्ति संसार में रहते हुए भी मोक्ष की ओर अग्रसर हो सकता है।

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अब से यह पॉडकास्ट शो —
🎙️ “गीता-योग: अध्यात्मिक प्रबोधन की श्रवण यात्रा”
प्रति सप्ताह केवल एक बार, हर मंगलवार को प्रसारित होगा।

अगले एपिसोड में हम आरंभ करेंगे खंड 9: अक्षरब्रह्मयोग,
और चर्चा करेंगे — “अक्षरब्रह्मयोग का परिचय” पर।

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इस चर्चा के आधार को विस्तार से समझने के लिये आप यह सुन सकते हैं- ⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠"अध्यात्मिक प्रबोधन: गीता के 18 योग" (Auidiobook)⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠

इसे पढ़ना चाहे तो आप इस सीरिज के ईपुस्तकें पढ़ सकते हैं-⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠"आध्यात्मिक प्रबोधन: गीता के 18 योग"⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠

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