माया और तीन गुणों (सत्त्व, रज, तम) का महत्व cover art

माया और तीन गुणों (सत्त्व, रज, तम) का महत्व

माया और तीन गुणों (सत्त्व, रज, तम) का महत्व

Listen for free

View show details

About this listen

श्रीमद्भगवद्गीता के सातवें अध्याय पर आधारित इस कड़ी में हम जीवन के सबसे गहन सत्य की खोज करते हैं।
यहाँ हम समझते हैं कि किस प्रकार ईश्वर की शक्ति ‘माया’ मनुष्य को भौतिक जगत के बंधनों में उलझाकर वास्तविक सत्य से दूर रखती है।

साथ ही, हम प्रकृति के तीन गुणों

  • सत्त्व: शुद्धता और ज्ञान की ओर मार्गदर्शन,

  • रजस: क्रियाशीलता और बंधन का कारण,

  • तमस: अज्ञान और आलस्य की जड़—
    का गहराई से विश्लेषण करेंगे।

अंततः, यह पाठ स्पष्ट करता है कि मोक्ष का मार्ग केवल ईश्वर की शरण में जाकर ही संभव है, जहाँ मनुष्य इन गुणों और माया के प्रभाव से मुक्त होकर आत्मिक स्वतंत्रता (मुक्ति) प्राप्त कर सकता है।

यह एपिसोड आपको माया के रहस्य, जीवन के गुणधर्म और मोक्ष की राह की गहन समझ देगा।

#GeetaYog #Maya #Trigun #MokshaMarg #BhagavadGita #AdhyatmikPrabodhan #SpiritualJourney #SanatanDharma #GyaanAurMukti #HinduPhilosophy #Vedanta #KrishnaVani #GeetaPodcast #ChetnaSamvad

इस चर्चा के आधार को विस्तार से समझने के लिये आप यह सुन सकते हैं- ⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠"अध्यात्मिक प्रबोधन: गीता के 18 योग" (Auidiobook)⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠

इसे पढ़ना चाहे तो आप इस सीरिज के ईपुस्तकें पढ़ सकते हैं-⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠"आध्यात्मिक प्रबोधन: गीता के 18 योग"⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠

"अगर आपको मेरा यह प्रयास पसंद आ रहा है तो मुझे सपोर्ट करें, आपका सहयोग मेरी रचनात्मकता को नया आयाम देगा।''

👉 मुझे सपोर्ट करने के लिए यहाँ क्लिक करें

  • ☕ ⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠Support via BMC⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠

  • 📲 ⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠UPI से सपोर्ट

No reviews yet
In the spirit of reconciliation, Audible acknowledges the Traditional Custodians of country throughout Australia and their connections to land, sea and community. We pay our respect to their elders past and present and extend that respect to all Aboriginal and Torres Strait Islander peoples today.