• सांख्य योग: आत्म दर्शन और निष्काम कर्म |
    Oct 21 2025
    ChatGPT You said: कृष्णवाणी पॉडकास्ट के एपिशोड़ के लिये मैंने google notboolm से चर्चा का आडियों प्राप्त कर लिया है जिसका सारांश इसप्रकार है- जिसका शीर्षक "अर्जुनविषादयोग: नेतृत्व और नैतिक प्रबंधन" है, अर्जुन के युद्धभूमि संकट की पड़ताल करता है, इसे आधुनिक कार्यस्थल पर नैतिक नेतृत्व के लिए एक रूपक मानता है। यह पाठ इस बात पर ज़ोर देता है कि कैसे अर्जुन की दुविधा, जो कर्तव्य और प्रियजनों के बीच एक नैतिक संघर्ष थी, आज के नेताओं के लिए प्रासंगिक है, जिन्हें लाभ और नैतिकता के बीच कठिन निर्णय लेने पड़ते हैं। स्रोत बताता है कि नेताओं को केवल व्यावसायिक लाभ के बजाय दीर्घकालिक नैतिक उद्देश्यों पर ध्यान देना चाहिए और मानसिक स्थिरता बनाए रखने के लिए निष्काम कर्म के सिद्धांतों का पालन करना चाहिए। अंत में, यह निष्कर्ष निकालता है कि मानसिक संतुलन और नैतिक सिद्धांतों का पालन करने वाला नेता ही सफल हो सकता है, जैसा कि भगवद गीता के कर्मयोग सिद्धांत में वर्णित है। इसके आडियों तीन भाग विभजित होंगे जिसे मैं एड करके एक बनाऊँगा ।. प्रस्तावना 2. चर्चा (जो रिकाड्र हो गया है) ३. उपसंहार । . प्रस्तावना एवं उपसंहार के लिये स्क्रप्ट लिखें जिसे luvoice से text to speach से आडियों प्राप्त करुंंंगा ChatGPT said: बहुत बढ़िया आपने चर्चा का ऑडियो पहले से रिकॉर्ड कर लिया है, अब केवल प्रस्तावना और उपसंहार की स्क्रिप्ट चाहिए ताकि पूरा पॉडकास्ट “Krishnavani Podcast” के एपिसोड जैसा प्रोफेशनल और प्रभावशाली लगे। मैं आपके सारांश के आधार पर एक संतुलित, आध्यात्मिक और प्रबंधन-दृष्टिकोण से जुड़ा Intro (प्रस्तावना) और Outro (उपसंहार) लिख रहा हूँ। ️ प्रस्तावना स्क्रिप्ट (धीमी, गम्भीर और आत्मीय आवाज़ की कल्पना करें) “नमस्कार, स्वागत है आपका कृष्णवाणी पॉडकास्ट में। आज के इस विशेष एपिसोड का शीर्षक है – ‘अर्जुनविषादयोग: नेतृत्व और नैतिक प्रबंधन’। महाभारत की युद्धभूमि पर खड़े अर्जुन का संकट केवल एक योद्धा की दुविधा नहीं था, बल्कि हर युग के नेता के लिए एक गहरी सीख है। कर्तव्य और संबंधों के बीच जो नैतिक संघर्ष अर्जुन ने अनुभव किया, वही संघर्ष आज आधुनिक कार्यस्थल और नेतृत्व की दुनिया में भी सामने आता है। इस चर्चा में हम देखेंगे कि किस प्रकार गीता का यह पहला अध्याय हमें सिखाता है – कि असली नेतृत्व ...
    Show More Show Less
    19 mins
  • आत्मा की अमरता: सांख्य योग सिद्धांत | कृष्णवाणी पॉडकास्ट शो
    Oct 14 2025

    इस कड़ी में हम गीता के दूसरे अध्याय — सांख्य योग — से प्रेरित होकर आत्मा और शरीर के शाश्वत सत्य को समझने का प्रयास करते हैं।

    भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को बताया कि शरीर नश्वर है, परंतु आत्मा अमर है।

    यह शरीर केवल एक वस्त्र की भाँति है — जो पुराना होने पर बदला जाता है —

    पर आत्मा कभी नष्ट नहीं होती।

    यह ज्ञान न केवल अर्जुन के मोह और विषाद को दूर करता है,

    बल्कि हमें भी यह सिखाता है कि जीवन के दुख, भय और मृत्यु की चिंता से ऊपर उठकर

    हम अपने कर्तव्य (Dharma) और आत्मज्ञान (Self-awareness) की दिशा में बढ़ें।

    ️ यह एपिसोड आधुनिक जीवन में मानसिक शांति, संतुलन और आत्मविश्वास के लिए गीता के अनंत संदेश को नए दृष्टिकोण से प्रस्तुत करता है।

    ️ सुनिए —

    “आत्मा की अमरता: सांख्य योग सिद्धांत”

    केवल कृष्णवाणी पॉडकास्ट शो में।

    #कृष्णवाणी #BhagavadGita #SankhyaYoga #आत्माकाअमरत्व #SpiritualWisdom #GitaPodcast #KrishnaVani #IndianPhilosophy #SpiritualPodcast #SanatanDharma #KrishnaTeachings #GeetaKaGyaan #DharmaAndKarma #SoulAndBody #MentalPeace

    इस चर्चा के आधार को विस्तार से समझने के लिये आप यह सुन सकते हैं- ⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠"अध्यात्मिक प्रबोधन: गीता के 18 योग" (Auidiobook)⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠ (https://play.google.com/store/audiobooks/series?id=QGNKHAAAABgLdM) इसे पढ़ना चाहे तो आप इस सीरिज के ईपुस्तकें पढ़ सकते हैं-⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠"आध्यात्मिक प्रबोधन: गीता के 18 योग"⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠ (https://play.google.com/store/books/series?id=iDZKHAAAABDDKM) "अगर आपको मेरा यह प्रयास पसंद आ रहा है तो मुझे सपोर्ट करें, आपका सहयोग मेरी रचनात्मकता को नया आयाम देगा।'' मुझे सपोर्ट करने के लिए यहाँ क्लिक करें • ⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠Support via BMC⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠ (https://buymeacoffee.com/ramesh.chauhan) • ⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠UPI से सपोर्ट (https://buymeacoffee.com/ramesh.chauhan/upi-3951629)

    Show More Show Less
    17 mins
  • "सांख्य योगः महत्व और दार्शनिक दृष्टिकोण | KrishnaVani Podcast | Chetna Samvad"
    Oct 8 2025

    कृष्णवाणी पॉडकास्ट, जो चेतना संवाद यूट्यूब चैनल के अंतर्गत प्रसारित किया जाता है,

    के इस विशेष एपिसोड में हम प्रारंभ कर रहे हैं भगवद्गीता के दूसरे अध्याय —

    “सांख्य योगः” — का अध्ययन।

    सांख्य योग गीता के ज्ञानपथ का हृदय है।

    यह हमें सिखाता है कि आत्मा और शरीर दो अलग तत्व हैं —

    आत्मा शाश्वत, अविनाशी और अपरिवर्तनीय है, जबकि शरीर नश्वर और परिवर्तनशील।

    इस ज्ञान के माध्यम से मनुष्य मोह, शोक और भय से मुक्त होकर

    अपने कर्तव्य और धर्म का पालन करते हुए मुक्ति की ओर अग्रसर होता है।

    इस एपिसोड में सुनिए —

    • सांख्य योग का महत्व और गीता में उसका दार्शनिक स्थान
    • आत्मा और प्रकृति के द्वैत का रहस्य
    • अर्जुन के संशय और श्रीकृष्ण के ज्ञानपूर्ण उपदेश
    • ज्ञान और कर्म के समन्वय से मिलने वाला आंतरिक संतुलन

    अब से कृष्णवाणी पॉडकास्ट हर बुधवार प्रसारित होगा।

    हमारे पॉडकास्ट को फ़ॉलो करें

    और ‘चेतना संवाद’ यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करें

    ताकि आप गीता के इन गहन अध्यात्मिक संवादों से जुड़े रहें।

    अगला एपिसोड: “आत्मा की अमरता और देह की नश्वरता”

    Show More Show Less
    17 mins
  • अर्जुनविषादयोग: मानसिक स्वास्थ्य और आध्यात्मिक समाधान
    Oct 1 2025

    “कृष्णवाणी पॉडकास्ट” की आठवीं कड़ी में हम गहराई से समझते हैं अर्जुनविषादयोग को, जो केवल युद्धभूमि की कहानी नहीं बल्कि मानसिक स्वास्थ्य की समस्याओं का भी दर्पण है।

    महाभारत में अर्जुन जिस गहरे मानसिक संघर्ष और निराशा से गुजरता है, वही आज के आधुनिक जीवन में हमें तनाव, चिंता और अवसाद के रूप में दिखाई देता है।

    इस एपिसोड में आप जानेंगे –

    • अर्जुन का मानसिक संकट और आज की मानसिक स्वास्थ्य चुनौतियाँ।
    • क्यों बाहरी साधन (भौतिक उपाय) स्थायी समाधान नहीं दे पाते।
    • आत्मज्ञान, आत्मा की अमरता और निष्काम कर्म कैसे बनते हैं मानसिक शांति के आधार।
    • गीता का दृष्टिकोण आधुनिक मानसिक स्वास्थ्य के लिए कितना प्रासंगिक है।

    यह कड़ी आपको याद दिलाएगी कि असली मानसिक स्वास्थ्य आत्मिक जागरूकता, धैर्य और आध्यात्मिक दृष्टिकोण से ही संभव है।


    #KrishnaVaniPodcast #ArjunVishadYog #MentalHealth #SpiritualWisdom #BhagavadGita #Mindfulness #KarmaYoga #SpiritualHealing #कृष्णवाणी #अर्जुनविषादयोग #मानसिकस्वास्थ्य #आध्यात्मिकसमाधान #गीता_ज्ञान


    इस चर्चा के आधार को विस्तार से समझने के लिये आप यह सुन सकते हैं- ⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠"अध्यात्मिक प्रबोधन: गीता के 18 योग" (Auidiobook)⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠

    इसे पढ़ना चाहे तो आप इस सीरिज के ईपुस्तकें पढ़ सकते हैं-⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠"आध्यात्मिक प्रबोधन: गीता के 18 योग"⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠

    "अगर आपको मेरा यह प्रयास पसंद आ रहा है तो मुझे सपोर्ट करें, आपका सहयोग मेरी रचनात्मकता को नया आयाम देगा।''

    मुझे सपोर्ट करने के लिए यहाँ क्लिक करें

    • ⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠Support via BMC⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠
    • ⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠UPI से सपोर्ट


    Show More Show Less
    20 mins
  • "अर्जुनविषादयोग: नेतृत्व और नैतिक प्रबंधन | KrishnaVani Podcast"
    Sep 24 2025

    “कृष्णवाणी पॉडकास्ट” के इस एपिसोड में हम बात करते हैं भगवद्गीता के पहले अध्याय ‘अर्जुनविषादयोग’ की।

    अर्जुन का युद्धभूमि पर आया संकट केवल एक योद्धा की दुविधा नहीं था, बल्कि नेतृत्व और प्रबंधन की दुनिया के लिए गहरी सीख है।

    इस चर्चा में आप जानेंगे –

    • कैसे अर्जुन का नैतिक संघर्ष आधुनिक कार्यस्थलों की चुनौतियों से मेल खाता है।
    • क्यों नेताओं को केवल लाभ पर नहीं, बल्कि नैतिक सिद्धांतों और दीर्घकालिक उद्देश्यों पर ध्यान देना चाहिए।
    • निष्काम कर्म और मानसिक संतुलन कैसे एक नेता को सफल बनाते हैं।

    यह एपिसोड हर उस व्यक्ति के लिए है जो नेतृत्व, प्रबंधन और आध्यात्मिक मूल्यों को साथ लेकर आगे बढ़ना चाहता है।

    सुनिए और जानिए कि कैसे गीता के सिद्धांत आधुनिक जीवन और कार्यक्षेत्र में मार्गदर्शन दे सकते हैं।

    #KrishnaVaniPodcast #ArjunVishadYog #BhagavadGita #Leadership #Management #Ethics #कृष्णवाणी #अर्जुनविषादयोग #नैतिकनेतृत्व #गीता_ज्ञान #KarmaYoga


    इस चर्चा के आधार को विस्तार से समझने के लिये आप यह सुन सकते हैं- ⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠"अध्यात्मिक प्रबोधन: गीता के 18 योग" (Auidiobook)⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠

    इसे पढ़ना चाहे तो आप इस सीरिज के ईपुस्तकें पढ़ सकते हैं-⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠"आध्यात्मिक प्रबोधन: गीता के 18 योग"⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠

    "अगर आपको मेरा यह प्रयास पसंद आ रहा है तो मुझे सपोर्ट करें, आपका सहयोग मेरी रचनात्मकता को नया आयाम देगा।''

    मुझे सपोर्ट करने के लिए यहाँ क्लिक करें

    • ⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠Support via BMC⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠
    • ⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠UPI से सपोर्ट


    Show More Show Less
    14 mins
  • आधुनिक जीवन में अर्जुनविषादयोग की प्रासंगिकता
    Sep 17 2025

    कृष्णवाणी के इस कड़ी में में हम भगवद्गीता के प्रथम अध्याय – अर्जुनविषादयोग की शिक्षाओं को आधुनिक जीवन की चुनौतियों से जोड़कर देखते हैं।

    कुरुक्षेत्र की रणभूमि पर अर्जुन का मोह और नैतिक द्वंद्व आज भी हर इंसान के भीतर दोहराता है –

    चाहे करियर और परिवार के बीच निर्णय लेना हो, समाज के प्रति दायित्व निभाना हो, या फिर मानसिक तनाव और अवसाद से जूझना हो।

    श्रीकृष्ण का मार्गदर्शन हमें बताता है कि समाधान बाहर नहीं, बल्कि हमारे भीतर है।

    आत्मज्ञान, निष्काम कर्म और धैर्य ही वह मार्ग हैं, जो आधुनिक जीवन की जटिलताओं में भी शांति और संतुलन प्रदान करते हैं।

    यह एपिसोड हर श्रोता को यह सोचने के लिए प्रेरित करेगा कि कैसे अर्जुन की तरह हम भी अपने जीवन के संघर्षों का समाधान आत्मिक शक्ति से पा सकते हैं।

    #कृष्णवाणी #गीता #अर्जुनविषादयोग #SpiritualPodcast #BhagavadGita #ModernLife #धर्मऔरकर्तव्य #NishkamKarma #MentalHealth #InnerPeace #SelfRealization

    इस चर्चा के आधार को विस्तार से समझने के लिये आप यह सुन सकते हैं- ⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠"अध्यात्मिक प्रबोधन: गीता के 18 योग" (Auidiobook)⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠

    इसे पढ़ना चाहे तो आप इस सीरिज के ईपुस्तकें पढ़ सकते हैं-⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠"आध्यात्मिक प्रबोधन: गीता के 18 योग"⁠⁠⁠⁠⁠⁠

    "अगर आपको मेरा यह प्रयास पसंद आ रहा है तो मुझे सपोर्ट करें, आपका सहयोग मेरी रचनात्मकता को नया आयाम देगा।''

    मुझे सपोर्ट करने के लिए यहाँ क्लिक करें

    • ⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠Support via BMC⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠
    • ⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠UPI से सपोर्ट


    Show More Show Less
    13 mins
  • कर्म, धर्म और कर्तव्य
    Sep 12 2025

    इस एपिसोड में हम गहराई से समझते हैं अर्जुन के विषाद (संकोच और मानसिक द्वंद्व) को, जो केवल एक योद्धा का संकट नहीं था, बल्कि हर इंसान के जीवन में आने वाले कर्तव्य और भावनाओं के संघर्ष का प्रतीक है।

    श्रीमद्भगवद्गीता के इस अध्याय में भगवान श्रीकृष्ण अर्जुन को कर्मयोग का अद्वितीय संदेश देते हैं। वे समझाते हैं कि सच्चा कर्मयोग वही है जिसमें व्यक्ति अपने कर्तव्यों का पालन निष्काम भाव से करता है, बिना फल की चिंता किए।

    हम इस चर्चा में देखेंगे:

    • अर्जुन का युद्ध से इंकार और उसका गहरा कारण
    • स्वधर्म और कर्तव्य का महत्व
    • निष्काम कर्म का सिद्धांत
    • आत्मज्ञान और मुक्ति की ओर गीता का मार्गदर्शन

    यह एपिसोड हमें याद दिलाता है कि जीवन के हर संघर्ष में समाधान कर्मफल की आसक्ति छोड़कर केवल अपने धर्म का पालन करने में ही है।

    #कृष्णवाणी #गीता #अध्यात्मिकप्रबोधन #गीता_के_18_योग

    #अर्जुनविषादयोग #कर्मयोग #निष्कामकर्म #धर्मऔरकर्तव्य

    #BhagavadGita #ArjunaVishadaYoga #KarmaYoga #SpiritualWisdom

    #KrishnaVani #PodcastOnGita

    इस चर्चा के आधार को विस्तार से समझने के लिये आप यह सुन सकते हैं- ⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠"अध्यात्मिक प्रबोधन: गीता के 18 योग" (Auidiobook)⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠

    इसे पढ़ना चाहे तो आप इस सीरिज के ईपुस्तकें पढ़ सकते हैं-⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠"आध्यात्मिक प्रबोधन: गीता के 18 योग"⁠⁠⁠⁠⁠⁠

    "अगर आपको मेरा यह प्रयास पसंद आ रहा है तो मुझे सपोर्ट करें, आपका सहयोग मेरी रचनात्मकता को नया आयाम देगा।''

    मुझे सपोर्ट करने के लिए यहाँ क्लिक करें

    • ⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠Support via BMC⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠
    • ⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠UPI से सपोर्ट⁠⁠⁠⁠⁠⁠


    Show More Show Less
    18 mins
  • अर्जुन का विषाद: आत्मा-शरीर द्वंद्व और गीता का ज्ञान
    Sep 6 2025

    यह एपिशोड अर्जुन के विषाद और आत्मा-शरीर के द्वंद्व पर केंद्रित है, जैसा कि भगवद गीता में वर्णित है। यह बताता है कि अर्जुन की दुविधा केवल युद्ध से संबंधित नहीं थी, बल्कि एक गहरा नैतिक और आध्यात्मिक संघर्ष था। श्रीकृष्ण अर्जुन को समझाते हैं कि आत्मा शाश्वत और अविनाशी है, जबकि शरीर नश्वर है, और यह ज्ञान उसे अपने मोह और शोक से उबरने में मदद करता है। यह पाठ आत्मिक स्वतंत्रता के विचार पर भी प्रकाश डालता है, जो व्यक्ति को सांसारिक बंधनों से मुक्त करता है। अंततः, यह अर्जुन के संकट को जीवन के सार्वभौमिक संघर्षों के प्रतीक के रूप में प्रस्तुत करता है, जिसके समाधान के लिए आत्मा और शरीर के द्वैत को समझना महत्वपूर्ण है।

    इस चर्चा के आधार को विस्तार से समझने के लिये आप यह सुन सकते हैं- ⁠⁠⁠⁠⁠"अध्यात्मिक प्रबोधन: गीता के 18 योग" (Auidiobook)⁠⁠⁠⁠⁠

    इसे पढ़ना चाहे तो आप इस सीरिज के ईपुस्तकें पढ़ सकते हैं-⁠⁠⁠⁠⁠"आध्यात्मिक प्रबोधन: गीता के 18 योग"⁠⁠⁠

    हैशटैग्स:#GitaPodcast #DhyanYog #BhagavadGita #SpiritualAwakening #RameshChauhan #Meditation #KarmaAndSanyas #InnerPeace #MokshaPath #SpiritualJourney

    "अगर आपको मेरा यह प्रयास पसंद आ रहा है तो मुझे सपोर्ट करें, आपका सहयोग मेरी रचनात्मकता को नया आयाम देगा।''

    मुझे सपोर्ट करने के लिए यहाँ क्लिक करें

    • ⁠⁠⁠⁠⁠Support via BMC⁠⁠⁠⁠⁠
    • ⁠⁠⁠⁠⁠UPI से सपोर्ट


    Show More Show Less
    13 mins