कृष्णवाणी: गीता के 18 योग cover art

कृष्णवाणी: गीता के 18 योग

कृष्णवाणी: गीता के 18 योग

By: Ramesh Kumar Chauhan
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कृष्णवाणी: गीता के 18 योग

भगवान श्रीकृष्ण के उपदेश, आधुनिक जीवन की भाषा में।


श्रीमद्भगवद्गीता केवल एक धार्मिक ग्रंथ नहीं, बल्कि जीवन का अनंत मार्गदर्शन है। इस पॉडकास्ट में हम गीता के 18 योगों की गहराई को सरल और आधुनिक भाषा में प्रस्तुत करेंगे। हर एपिसोड में आप पाएँगे—

  • जीवन की चुनौतियों को संतुलित ढंग से कैसे सामना करें।
  • कर्म, भक्ति और ज्ञान योग का वास्तविक अर्थ।
  • ध्यान, आत्म-नियंत्रण और आत्म-साक्षात्कार के मार्ग।
  • गीता के श्लोकों को आज के कार्यस्थल, परिवार और समाज में कैसे लागू करें।

यह श्रवण यात्रा न केवल आध्यात्मिक चिंतन कराएगी, बल्कि आपके भीतर शांति, आत्मविश्वास और जीवन की स्पष्टता भी जगाएगी।

आइए, सुनें भगवान श्रीकृष्ण की अमर वाणी

और खोजें आधुनिक जीवन में मोक्ष और आनंद का मार्ग।

Copyright 2025 Ramesh Kumar Chauhan
Spirituality
Episodes
  • सांख्य योग: आत्म दर्शन और निष्काम कर्म |
    Oct 21 2025
    ChatGPT You said: कृष्णवाणी पॉडकास्ट के एपिशोड़ के लिये मैंने google notboolm से चर्चा का आडियों प्राप्त कर लिया है जिसका सारांश इसप्रकार है- जिसका शीर्षक "अर्जुनविषादयोग: नेतृत्व और नैतिक प्रबंधन" है, अर्जुन के युद्धभूमि संकट की पड़ताल करता है, इसे आधुनिक कार्यस्थल पर नैतिक नेतृत्व के लिए एक रूपक मानता है। यह पाठ इस बात पर ज़ोर देता है कि कैसे अर्जुन की दुविधा, जो कर्तव्य और प्रियजनों के बीच एक नैतिक संघर्ष थी, आज के नेताओं के लिए प्रासंगिक है, जिन्हें लाभ और नैतिकता के बीच कठिन निर्णय लेने पड़ते हैं। स्रोत बताता है कि नेताओं को केवल व्यावसायिक लाभ के बजाय दीर्घकालिक नैतिक उद्देश्यों पर ध्यान देना चाहिए और मानसिक स्थिरता बनाए रखने के लिए निष्काम कर्म के सिद्धांतों का पालन करना चाहिए। अंत में, यह निष्कर्ष निकालता है कि मानसिक संतुलन और नैतिक सिद्धांतों का पालन करने वाला नेता ही सफल हो सकता है, जैसा कि भगवद गीता के कर्मयोग सिद्धांत में वर्णित है। इसके आडियों तीन भाग विभजित होंगे जिसे मैं एड करके एक बनाऊँगा ।. प्रस्तावना 2. चर्चा (जो रिकाड्र हो गया है) ३. उपसंहार । . प्रस्तावना एवं उपसंहार के लिये स्क्रप्ट लिखें जिसे luvoice से text to speach से आडियों प्राप्त करुंंंगा ChatGPT said: बहुत बढ़िया आपने चर्चा का ऑडियो पहले से रिकॉर्ड कर लिया है, अब केवल प्रस्तावना और उपसंहार की स्क्रिप्ट चाहिए ताकि पूरा पॉडकास्ट “Krishnavani Podcast” के एपिसोड जैसा प्रोफेशनल और प्रभावशाली लगे। मैं आपके सारांश के आधार पर एक संतुलित, आध्यात्मिक और प्रबंधन-दृष्टिकोण से जुड़ा Intro (प्रस्तावना) और Outro (उपसंहार) लिख रहा हूँ। ️ प्रस्तावना स्क्रिप्ट (धीमी, गम्भीर और आत्मीय आवाज़ की कल्पना करें) “नमस्कार, स्वागत है आपका कृष्णवाणी पॉडकास्ट में। आज के इस विशेष एपिसोड का शीर्षक है – ‘अर्जुनविषादयोग: नेतृत्व और नैतिक प्रबंधन’। महाभारत की युद्धभूमि पर खड़े अर्जुन का संकट केवल एक योद्धा की दुविधा नहीं था, बल्कि हर युग के नेता के लिए एक गहरी सीख है। कर्तव्य और संबंधों के बीच जो नैतिक संघर्ष अर्जुन ने अनुभव किया, वही संघर्ष आज आधुनिक कार्यस्थल और नेतृत्व की दुनिया में भी सामने आता है। इस चर्चा में हम देखेंगे कि किस प्रकार गीता का यह पहला अध्याय हमें सिखाता है – कि असली नेतृत्व ...
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    19 mins
  • आत्मा की अमरता: सांख्य योग सिद्धांत | कृष्णवाणी पॉडकास्ट शो
    Oct 14 2025

    इस कड़ी में हम गीता के दूसरे अध्याय — सांख्य योग — से प्रेरित होकर आत्मा और शरीर के शाश्वत सत्य को समझने का प्रयास करते हैं।

    भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को बताया कि शरीर नश्वर है, परंतु आत्मा अमर है।

    यह शरीर केवल एक वस्त्र की भाँति है — जो पुराना होने पर बदला जाता है —

    पर आत्मा कभी नष्ट नहीं होती।

    यह ज्ञान न केवल अर्जुन के मोह और विषाद को दूर करता है,

    बल्कि हमें भी यह सिखाता है कि जीवन के दुख, भय और मृत्यु की चिंता से ऊपर उठकर

    हम अपने कर्तव्य (Dharma) और आत्मज्ञान (Self-awareness) की दिशा में बढ़ें।

    ️ यह एपिसोड आधुनिक जीवन में मानसिक शांति, संतुलन और आत्मविश्वास के लिए गीता के अनंत संदेश को नए दृष्टिकोण से प्रस्तुत करता है।

    ️ सुनिए —

    “आत्मा की अमरता: सांख्य योग सिद्धांत”

    केवल कृष्णवाणी पॉडकास्ट शो में।

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    इस चर्चा के आधार को विस्तार से समझने के लिये आप यह सुन सकते हैं- ⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠"अध्यात्मिक प्रबोधन: गीता के 18 योग" (Auidiobook)⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠ (https://play.google.com/store/audiobooks/series?id=QGNKHAAAABgLdM) इसे पढ़ना चाहे तो आप इस सीरिज के ईपुस्तकें पढ़ सकते हैं-⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠"आध्यात्मिक प्रबोधन: गीता के 18 योग"⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠ (https://play.google.com/store/books/series?id=iDZKHAAAABDDKM) "अगर आपको मेरा यह प्रयास पसंद आ रहा है तो मुझे सपोर्ट करें, आपका सहयोग मेरी रचनात्मकता को नया आयाम देगा।'' मुझे सपोर्ट करने के लिए यहाँ क्लिक करें • ⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠Support via BMC⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠ (https://buymeacoffee.com/ramesh.chauhan) • ⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠UPI से सपोर्ट (https://buymeacoffee.com/ramesh.chauhan/upi-3951629)

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    17 mins
  • "सांख्य योगः महत्व और दार्शनिक दृष्टिकोण | KrishnaVani Podcast | Chetna Samvad"
    Oct 8 2025

    कृष्णवाणी पॉडकास्ट, जो चेतना संवाद यूट्यूब चैनल के अंतर्गत प्रसारित किया जाता है,

    के इस विशेष एपिसोड में हम प्रारंभ कर रहे हैं भगवद्गीता के दूसरे अध्याय —

    “सांख्य योगः” — का अध्ययन।

    सांख्य योग गीता के ज्ञानपथ का हृदय है।

    यह हमें सिखाता है कि आत्मा और शरीर दो अलग तत्व हैं —

    आत्मा शाश्वत, अविनाशी और अपरिवर्तनीय है, जबकि शरीर नश्वर और परिवर्तनशील।

    इस ज्ञान के माध्यम से मनुष्य मोह, शोक और भय से मुक्त होकर

    अपने कर्तव्य और धर्म का पालन करते हुए मुक्ति की ओर अग्रसर होता है।

    इस एपिसोड में सुनिए —

    • सांख्य योग का महत्व और गीता में उसका दार्शनिक स्थान
    • आत्मा और प्रकृति के द्वैत का रहस्य
    • अर्जुन के संशय और श्रीकृष्ण के ज्ञानपूर्ण उपदेश
    • ज्ञान और कर्म के समन्वय से मिलने वाला आंतरिक संतुलन

    अब से कृष्णवाणी पॉडकास्ट हर बुधवार प्रसारित होगा।

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    अगला एपिसोड: “आत्मा की अमरता और देह की नश्वरता”

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    17 mins
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