Episodes

  • Indian Ocean का खेल, चीन की हैरतअंगेज़ Navy और Indian Navy की सबसे बड़ी दिक्कत!: पढ़ाकू नितिन
    Oct 30 2025
    जिस देश की Navy जितनी ताकतवर होगी, उसका सागरों पर जितना कंट्रोल होगा. यही है मेहैनियन डोक्टरीन. इसी डोक्टरीन पर चलता नज़र आ रहा है हमारा पड़ोसी चीन. जिसने 2010 के बाद से अपनी नेवी की ताकत बढ़ाने की रफ्तार इस कदर पकड़ी की आज चीन हर पांच साल में उतनी बड़ी नेवी खड़ी कर सकता है, जितनी भारत के पास मौजूदा वक्त पर है. चिंता वाली बात ये है- कि इतनी बड़ी नेवी के साथ वो सिर्फ़ साउथ चाइना सी तक तो महदूद नहीं रहने वाला? क्या उसका Influence Indian Ocean में भी बढ़ रहा है? या बढ़ेगा? तो हमने सोचा कि आपके चहीते Senior Defence Journalist Sandeep Unnithan को फिर दावत दी जाए. और उनसे समझा जाए कि Indian Ocean के Power Dynamics फिलहाल किस तरह के हैं? भारतीय नेवी चीन के सामने कहां स्टैंड करती हैं? Indian Ocean में आधिपत्य बनाने के लिए भारत क्या कर रहा है? अगर Indian Navy ताकतवर है तो क्या कारण हैं? अगर कमज़ोर है तो क्या कारण हैं? क्या पानी में लड़ने की Tactics बदल जाती हैं? हथियार किस तरह बदल जाते हैं? और Indian Ocean में भविष्य में क्या खेल देखने को मिल सकता है? आप जल्दी से आजतक रेडियो को Subscribe कर लीजिए.

    प्रड्यूसर: मानव देव रावत
    साउंड मिक्स: अमन पाल
    Show More Show Less
    1 hr and 11 mins
  • Nobel Peace Prize जीतने वाले Venezuela पर बम बरसने वाले हैं? : पढ़ाकू नितिन
    Oct 28 2025
    यूं तो हर बीतते पल के साथ देश-दुनिया में कुछ न कुछ घटता है. मगर इन्हीं में कुछ घटनाएं ऐतिहासिक तब बन जाती हैं जब उनसे प्रभावित होने वालों का आंकड़ा सैंकड़ों में हो. इन्हीं में से एक घटना थी 9/11. दुनिया के सबसे बड़े आतंकवादी हमलों में से एक. एक तरफ़ जहां इस घटना ने मानवता को झंझोड़ा, दूसरी तरफ़ ये घटना Geopolitics के लिहाज़ से काफ़ी निर्णायक साबित हुई. इस हमले के आरोपी ओसामा बिन लादेन के सिर पर 25 मिलियन यानि करीब 210 करोड़ का इनाम रखा गया था. लेकिन हाल ही में अमेरिका ने एक देश के राष्ट्रपति के सिर पर इससे दोगुना इनाम रखा, 420 करोड़ या कहें कि 50 मिलियन डॉलर. इतना ही नहीं, अमेरिकन राष्ट्रपति ट्रंप ने CIA को इस देश में Covert Operation Conduct करने की परमिशन दी. दूसरी ओर दुनिया का सबसे बड़ा Aircraft Carrier USS Gerald Ford भी इस देश की दहलीज़ पर खड़ा कर दिया है. ये देश न तो दुनिया की सबसे बड़ी इकॉनमी है. न सबसे बड़ा हथियारों का सप्लायर. न ही इस देश पर आतंकवादियों को शरण देने का आरोप है. लेकिन फिर भी इस देश में अमेरिका अपनी फौज़ उतारने पर उतारू है. ये देश है Venezuela. Padhaku Nitin World Affairs के इस एपिसोड में बात इसी पर होगी. हमारे साथ हैं प्रतिष्ठित Think Tank Observer Research Foundation से जुड़े Geopolitical Analyst Vivek Mishra. जिनसे हमने पूछा कि आखिर Venezuela में घट क्या रहा है? ट्रंप इस देश के राष्ट्रपति से इतने चिढ़े हुए क्यों है? अमेरिका कैरिबियन सी में सितंबर से अबतक 10 नावों को क्यों बम से उड़ा चुका है? और वेनेज़ुएला के इस राष्ट्रपति को अमेरिका 2019 के बाद से राष्ट्रपति न कहकर Drug Kingpin क्यों कहता है? Subscribe कर लीजिए आजतक रेडियो के यूट्यूब चैनल को ताकि ऐसे और मज़ेदार एपिसोड आप तक तुरंत पहुंचे.

    प्रड्यूसर: मानव देव रावत
    साउंड मिक्स: अमन पाल
    Show More Show Less
    58 mins
  • काले ताज महल, गुंबद और 22 कमरों के राज़ का खुलासा! : पढ़ाकू नितिन
    Oct 24 2025
    ताज महल को लेकर एक विवाद फिर उठा है. जब एक फिल्म का ट्रेलर सामने आया. फिल्म एक बारगी देखने पर कोर्टरूम ड्रामा मालूम होती है, मगर इस फिल्म का केंद्र दरअसल ताज महल है और फिल्म का नाम The Taj Story. एक लाइन में कहें तो फिल्म वो सवाल उठाती है जो कई सालों के ताज महल के संदर्भ में उठता रहा है. क्या ताज महल दरअसल तेजो महालय था? यानि एक शिव मंदिर? क्या हमें पढ़ाया गया इतिहास झूठा है? इस तेजो महालय वाली थ्योरी के सेंटर में कौनसे तर्क हैं? क्या है उन 22 कमरों का रहस्य जो ताज महल के नीचे मौजूद हैं? इतने सारे दावों के बीच एक दावा पक्का है- इन सवालों के जवाब देने के लिए जो प्रोफेसर साहब हमारे मेहमान हैं, वो ताज महल पर बात करने के लिए सबसे मुफ़ीद नाम हैं. मध्यकालीन इतिहास पर लेक्चर देने के लिए लंदन से पेरिस तक बुलाए जाने वाले, 50 से ज़्यादा Research papers और 2 किताबें लिखने वाले, अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के Centre of Advanced Studies, History Department के चेयरमैन रह चुके और इससे पहले हमारे एपिसोड नंबर 44 में शिरकत करने वाले Professor सैयद अली नदीम रिज़वी. एपिसोड दो पार्ट में रिलीज़ कर रहे हैं. ये दूसरा वाला है. प्यार भी दोगुना दीजिएगा.

    प्रड्यूसर: मानव देव रावत
    साउंड मिक्स: सूरज सिंह
    Show More Show Less
    1 hr and 16 mins
  • Taj Mahal पर लगे कलश, त्रिशूल और कमल के पीछे का पूरा सच क्या है?: पढ़ाकू नितिन
    Oct 23 2025
    ताज महल का अगर Architectural पहलू हटा दें. तो उसकी दो इमेज हैं. एक शकील बदायूंनी का शेर है-
    एक शहंशाह ने बनवा के ताज महल…
    पूरी दुनिया को मोहब्बत की निशानी दी है.

    जबकि दूसरी तरफ़ साहिर लुधियानवी लिखते हैं कि-
    ये चमन-ज़ार ये जमुना का किनारा ये महल….ये मुनक़्क़श दर ओ दीवार ये मेहराब ये ताक़… इक शहंशाह ने दौलत का सहारा ले कर….हम ग़रीबों की मोहब्बत का उड़ाया है मज़ाक़…मेरी महबूब कहीं और मिला कर मुझ से...

    इसी ताज महल को लेकर एक विवाद फिर उठा है. जब एक फिल्म का ट्रेलर सामने आया. फिल्म एक बारगी देखने पर कोर्टरूम ड्रामा मालूम होती है, मगर इस फिल्म का केंद्र दरअसल ताज महल है और फिल्म का नाम The Taj Story. एक लाइन में कहें तो फिल्म वो सवाल उठाती है जो कई सालों के ताज महल के संदर्भ में उठता रहा है. क्या ताज महल दरअसल तेजो महालय था? यानि एक शिव मंदिर? क्या हमें पढ़ाया गया इतिहास झूठा है? इस तेजो महालय वाली थ्योरी के सेंटर में कौनसे तर्क हैं? क्या है उन 22 कमरों का रहस्य जो ताज महल के नीचे मौजूद हैं? इतने सारे दावों के बीच एक दावा पक्का है- इन सवालों के जवाब देने के लिए जो प्रोफेसर साहब हमारे मेहमान हैं, वो ताज महल पर बात करने के लिए सबसे मुफ़ीद नाम हैं. मध्यकालीन इतिहास पर लेक्चर देने के लिए लंदन से पेरिस तक बुलाए जाने वाले, 50 से ज़्यादा Research papers और 2 किताबें लिखने वाले, अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के Centre of Advanced Studies, History Department के चेयरमैन रह चुके और इससे पहले हमारे एपिसोड नंबर 44 में शिरकत करने वाले Professor सैयद अली नदीम रिज़वी. एपिसोड दो पार्ट में रिलीज़ कर रहे हैं. प्यार भी दोगुना दीजिएगा.

    प्रड्यूसर: मानव देव रावत
    साउंड मिक्स: सूरज सिंह
    Show More Show Less
    56 mins
  • Deoband का आज़ादी की लड़ाई, भारत-पाक बंटवारे और तालिबान के बनने में है क्या Role?: Padhaku Nitin
    Oct 16 2025
    सोशल मीडिया पर कुछ दिन से अचानक अफ़ग़ानिस्तान Trend करने लगा है. कारण? तालिबान सरकार के Acting Foreign Minister Amir Khan Muttaqi का भारत दौरा. यूं तो इस दौरान कई चर्चाओं ने जन्म लिया. मगर गौर करने वाली बात ये है कि वो यूपी के एक शहर देवबंद गए. जहां एक बहुत बड़े हुजूम ने उनका स्वागत किया. ये शहर देवबंद था. मगर देवबंद और तालिबान के बीच में कनेक्शन क्या है? और उससे भी ज़रूरी बात ये देवबंद में ऐसा ख़ास क्या है? पढ़ाकू नितिन के इस एपिसोड में हमने इन्हीं सवालों के जवाब मांगे असद मिर्ज़ा से. देवबंद पर किताब- Demystifying Madrasah And Deobandi Islam लिखने वाले असद मिर्ज़ा साहब. दुबई के खलीज टाइम्स, BBC Urdu में सेवाएं दे चुके हैं. और इस एपिसोड में हमने उनसे देवबंद.. वहां पनपे इस्लाम और उसके तालिबान से रिश्ते पर बात की.

    प्रड्यूसर: मानव देव रावत
    साउंड मिक्स: अमन पाल
    Show More Show Less
    1 hr and 13 mins
  • Amir Khan Muttaqi का दौरा, Taliban की स्विकारिता और महिला विरोधी Press Conference: पढ़ाकू नितिन
    Oct 14 2025
    अफ़ग़ानिस्तान… एक ऐसा देश जो हमेशा से रणनीति और ताक़त के खेल का मैदान रहा है. चार साल पहले जब तालिबान ने सत्ता संभाली, भारत ने उसे मान्यता तो नहीं दी, लेकिन रिश्तों के दरवाज़े भी पूरी तरह बंद नहीं किए और अब, वही तालिबान दिल्ली में कूटनीति की मेज़ पर बैठा है. क्या ये बातचीत सिर्फ़ एक ज़रूरी कदम है या भारत के रणनीतिक, आर्थिक और सुरक्षा हितों के लिए एक बड़ा मोड़? इसी बीच, अफ़ग़ान विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताक़ी की प्रेस कॉन्फ़्रेंस में एक भी महिला पत्रकार को जगह नहीं मिली, जिससे लोकतंत्र और समानता के हमारे मूल्यों पर भी सवाल उठे. बाद में एक दूसरी प्रेस कॉन्फ़्रेंस रखी गई, जिसमें महिला पत्रकारों को आगे बैठाया गया, इन्हीं में से एक थीं गीता मोहन, इंडिया टुडे ग्रुप की फॉरन अफ़ेयर्स एडिटर जो इस बार 'पढ़ाकू नितिन' की मेहमान हैं.
    Show More Show Less
    55 mins
  • Nitish Kumar, Lalu, Prashant Kishore और Akhilesh Yadav पर क्या बोले JDU नेता KC Tyagi? : पढ़ाकू नितिन
    Oct 9 2025
    इस साल जहां राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के 100 साल पूरे हुए. साथ ही भारतीय समाजवादी आंदोलन के भी 90 साल पूरे हुए. समाजवादी विचारधारा से उपजे आंदोलन ने भारत को इतना कुछ दिया है कि उंगलियों पर गिन पाना शायद मुश्किल हो. इसी आंदोलन ने भारत को वो नेता भी दिए जिन्होंने आगे चलकर केंद्र और राज्यों की राजनीति में अहम रोल निभाया. तो हमने सोचा कि ज़रा ठहर कर समझते हैं कि ये विचारधारा जिसे दुनियाभर के कई देशों ने अपनाया. उसे भारत ने किस तरह आत्मसात किया? क्यों Socialist शब्द संविधान की मूल प्रति में शामिल नहीं था? और क्यों इमरजेंसी के दौर में इसे संविधान में शामिल किया गया? सवाल कई सारे उठते हैं- क्या नेहरू समाजवादी थे? क्या भगत सिंह समाजवादी थे? या जेपी-लोहिया के हिसाब से समाजवाद का विचार कैसा था? समझेंगे कि आज़ादी और आज़ादी के इतने सालों बाद आज समाजवाद भारतीय राजनीति में कहां खड़ा मिलता है? पूछेंगे कि बिहार-यूपी जो समाजवादी नेताओं का गढ़ रहे, उनमें ग्रोथ का ग्राफ़ किस हद तक समाजवाद के कारण था? ये सब जानने के लिए हम पहुंचे पूर्व राज्यसभा सांसद, जेडीयू नेता और वरिष्ठ समाजवादी नेता KC Tyagi के पास. हमें तो Padhaku Nitin का ये एपिसोड रिकॉर्ड करने में बहुत आनंद आया, उम्मीद करते हैं सुनने-देखने में आपको भी आएगा. अगर आए तो तारीफ़ें सुझाव भेजिएगा, कमेंट बॉक्स खुला है.
    Show More Show Less
    1 hr and 9 mins
  • Gaza Peace Deal से उम्मीदें, Trump का Nobel, Netanyahu की हार और Israel का मक़सद : पढ़ाकू नतिन
    Oct 7 2025
    दो साल से जलती ज़मीन... गाज़ा. जहां हर सुबह राख से उठती है और हर रात धमाके में खत्म होती है. अब उसी राख पर रखी गई है, एक नई “Peace Deal” की पर्ची. वादा है कि जंग रुकेगी, बंधक लौटेंगे, गाज़ा फिर से जिएगा. लेकिन क्या शांति बस एक दस्तावेज़ से लौट आती है?
    क्या ये डील अमन का रास्ता है या बस पुरानी जंग का नया नाम, सुनिए 'पढ़ाकू नितिन' में.
    Show More Show Less
    54 mins