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Indian Raaga Series

By: Radio Playback India
  • Summary

  • Indian Raaga Series is designed for the lovers of Indian classical music, with each episode we provide interesting information about the shastriya sangeet of India and the performing artists of this genre, stay tuned with Krishnmohan Mishra and Sangya Tandon for a great musical experience.
    Radio Playback India
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Episodes
  • राग यमन और श्रीया झा से बातचीत
    Dec 9 2021

    भेंटकर्ता : शुभ्रा ठाकुर 


    नाम- कु.श्रीया झा

    माता- श्रीमती अर्चना झा

    पिता-श्री उमेश कुमार झा

    शिक्षा- B.A.(HONS) -ENG वर्तमान मैं क्राइस्ट यूनिवर्सिटी, बैंगलोर से MA English with communication studies की पढ़ाई जारी है। 

    शास्त्रीय संगीत  -विद (6 वर्षीय)

    शौक- गायन,एवम वादन (गिटार,हारमोनियम,ढोलक), अभिनय, चित्रकारी,पठन एवम योग 

    मेरी प्रथम गुरु, मेरी माँ से मैने संगीत की शिक्षा प्राप्त की तथा, इंदिरा कला एवम संगीत  विश्विद्यालय,खैरागढ़  से,

    श्री रवीश कलगांवकर जी के सानिध्य में संगीत का रियाज़ एवम शिक्षा अभी भी जारी है।


     उपलब्धियां-

    * स्कूल में अंतर-सदन गायन  एवम  रंगोली प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार

    * D.P.S.durg में सांस्कृतिक सचिव -2017

    * छत्तीसगढ़ आइडियल -2013(संगीत प्रतियोगिता)

    * भिलाई इस्पात संयंत्र के क्रीड़ा एवम सांस्कृतिक समूह द्वारा आयोजित शास्त्री संगीत, सुगम संगीत एवम लोक गायन प्रतियोगिता   (2012,13,14) में विजेता

    *भारत सांस्कृतिक महोत्सव-2015 में शास्त्रीय एवम  सुगम संगीत मे पुरस्कृत

    *Delhi Public School Society ,नई दिल्ली द्वारा आयोजित अखिल भारतीय  हिंदुस्तानी वोकल संगीत महोत्सव 2016 में   प्रथम स्थान

    * ASSOCIATION OF UNIVERSITIES द्वारा आयोजित राष्ट्रीय युवा महोत्सव फरवरी एवम नवंबर 2019 में गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय ,बिलासपुर का  प्रतिनिधित्व  एवम पुरस्कृत

    * केंद्रीय मानव संसाधन मंत्रालय द्वारा गांधीनगर,गुजरात  मेँ आयोजित "एक भारत ,श्रेष्ठ भारत" कार्यक्रम 2020 में छत्तीसगढ़ का प्रतिनिधित्व ।

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    39 mins
  • राग अहीर भैरव और निमिषा सिंघल से बातचीत
    Dec 2 2021
    निमिषा सिंघल का जन्म बुलंदशहर में हुआ  खुर्जा व मेरठ में शिक्षा दीक्षा हुई ,  शिक्षा : एमएससी, बी.एड,एम. फिल, सूक्ष्मजैविकी में एम.फिल पूरी करने के बाद शास्त्रीय संगीत में प्रवीण तक का सफ़र तय किया।  आज कल निमिषा जी आगरा में रहती हैं। संगीत के साथ साथ वे समर्थ साहित्यकार और कला(oil painting) के क्षेत्र में भी माहिर हैं। कविताएँ और कहानियां लिखती रही हैं। उनका एक एकल काव्य संँग्रह भी प्रकाशित है   कविता कोश में रचनाएंँ प्रकाशित हो चुकी हैं। ताज महोत्सव 2016 - 2018 में भजन गजल प्रस्तुति का अवसर पा चुकी हैं। यूट्यूब पर काव्य रस सरोवर साहित्यिक चैनल का सन्चालन करती हैं। निमिषा जी बताती हैं कि बचपन से ही पुरानी फिल्मों के शास्त्रीय संगीत आधारित गाने बेहद पसंद थे। प्राम्भिक संगीत शिक्षा के बाद डॉक्टर कुसुम सिंह जी जो आगरा घराने से हैं उनसे बुलंदशहर जाकर संगीत की शिक्षा लेना प्रारंभ कर दिया वहां  शारदा संगीत विद्यालय जो प्रयाग यूनिवर्सिटी से  एफिलेटेड है से जूनियर व सीनियर डिप्लोमा किया। फिर प्राचीन कला केंद्र चंडीगढ़ से संगीत भूषण   में डिप्लोमा लिया साथ ही प्रयाग यूनिवर्सिटी से 5 th-6th ईयर कंप्लीट किया। इसके बाद सेंट्रल संगीत कला केंद्र न्यू दिल्ली से इन्होंने प्रवीण की डिग्री ली। प्रकाशन : *सर्वप्रिय प्रकाशन नई दिल्ली से एकल काव्य संग्रह प्रकाशित 'जब नाराज होगी प्रकृति'  * अमर उजाला,,मेरी सहेली में रचनाएंँ प्रकाशित। सम्मान /पुरस्कार 1. सर्वश्रेष्ठ सदस्य एवं सर्वश्रेष्ठ कवि   सम्मान सावन.इन (अक्टूबर 2019,जनवरी2020) 2.अमृता प्रीतम  स्मृति कवयित्री  सम्मान 2020 3. बागेश्वरी साहित्य सम्मान 2020 4. सुमित्रानंदन पंत स्मृति सम्मान 2020 5.साहित्यनामा तरंगिनि ऑडियो प्रतियोगिता की विजेता। 6.चिकार्षा मातृभाषा गौरव सम्मान 2021 7.साहित्यनामा तरंगिनि नारी शक्ति पर लेख प्रतियोगिता की विजेता 8.सर्वप्रिय प्रकाशन एवं मुद्रणालय सरकारी समिति रायपुर छत्तीसगढ़ की विशेष आमंत्रित सदस्य व प्रकाशन समिति की सदस्य नियुक्त। 9.स्त्री दर्पण साहित्यिक पटल  की कार्यकारिणी सदस्य। *गीता परिवार से श्रीमद्भगवद्गीता के शुद्ध उच्चारण पर गीता गुंजन प्रशस्ति पत्र प्राप्त। *अंतर्राष्ट्रीय मां भारती कविता  महायज्ञ में कविता पाठ।
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    30 mins
  • बनारस और ग्वालियर घराने की उभरती गायिका प्राप्ति पुराणिक से बातचीत
    Nov 25 2021

    प्राप्ति पुराणिक वाराणसी की एक उभरती हुई 20 वर्षीय शास्त्रीय और उप-शास्त्रीय संगीत की गायिका हैं।

    प्राप्ति , वाराणसी के पंडित देवाशीष डे की शिष्या हैं और शिल्पायन-द म्यूजिक हब में भी सीखती हैं। वह प्रयाग संगीत समिति से छठा वर्ष कर रही है और शैक्षणिक क्षेत्र में वे बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से बीए अर्थशास्त्र (ऑनर्स) कर रही है।

    पुरस्कार:

    1) सेंटर फॉर कल्चरल रिसोर्सेज एंड ट्रेनिंग (सीसीआरटी), भारत सरकार द्वारा जूनियर नेशनल स्कॉलरशिप के प्राप्तकर्ता (वर्ष 2014-15 से)।

    2) वर्ष 2017 में शिल्पायन में लेवल टेस्ट 6 को सफलतापूर्वक पास करके उन्होंने "शिल्पयान प्रवीण" की उपाधि प्राप्त की। विदुषी डॉ अश्विनी भिड़े देशपांडे के हाथों पुरस्कार मिला।

    3) उन्होंने 2013 में ख्याल में संगीत नाटक अकादमी में बाल वर्ग में पहला और राज्य स्तर पर ठुमरी में तीसरा स्थान हासिल किया।

    4) उन्हें 2021 में श्री इंद्रदेव सेंटर फॉर परफॉर्मिंग आर्ट्स, सिकंदराबाद, तेलंगाना में लाइव प्रदर्शन करके ₹10,000 का नकद पुरस्कार मिला।

    प्रदर्शन: (उनमें से कुछ का उल्लेख करते हुए)

    ️आल इंडिया रेडियो, वाराणसी में कई बार प्रदर्शन किया।

    ️2012 में दैनिक जागरण के संपादक समारोह पर प्रस्तुति दी।

    ️2013 में कानपुर के बिल्हौर में "बिल्हौर महोत्सव" में प्रदर्शन किया।

    पर्यटन दिवस पर प्रदर्शन किया गया जो 2017 में दशाश्वमेध घाट "बजादा" पर आयोजित किया गया था।

    ️“सुभ-ए-बनारस”, वाराणसी के मंच पर प्रस्तुति।

    ️ 2019 में "संगीत संकल्प" द्वारा "काशी संगीत संकल्प" में प्रदर्शन किया।

    ️ महामारी काल के दौरान विभिन्न प्रतिष्ठित आभासी प्लेटफार्मों पर प्रदर्शन किया और पूरे भारत के 30 से अधिक विभिन्न पृष्ठों जैसे महाराष्ट्र, राजस्थान, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश और कई अन्य पर लगभग 30 से अधिक विभिन्न रागों का गायन किया।

     भारत के विभिन्न निजी संगीत कार्यक्रमों और शहरों जैसे - नई दिल्ली, नागपुर, पुणे, लखनऊ, कानपुर, अयोध्या, विंध्याचल के साथ-साथ वाराणसी में भी प्रदर्शन किया।

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    19 mins

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