प्रकाशितवाक्य की किताब पर टिप्पणी और उपदेश - क्या मसीह विरोधी, शहादत, रेप्चर और हजार साल के राज्य का समय नज़दीक है? ( I ) cover art

प्रकाशितवाक्य की किताब पर टिप्पणी और उपदेश - क्या मसीह विरोधी, शहादत, रेप्चर और हजार साल के राज्य का समय नज़दीक है? ( I )

प्रकाशितवाक्य की किताब पर टिप्पणी और उपदेश - क्या मसीह विरोधी, शहादत, रेप्चर और हजार साल के राज्य का समय नज़दीक है? ( I )

By: The New Life Mission
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९/११ के आतंकवादी हमले के बाद, www.raptureready.com, पर ट्राफिक बढ़ गया जो अन्त समय के बारे में जानकारी देता है, तक़रीबन ८० लाख लोगों ने वेबसाइट की मुलाक़ात ली थी, और CNN और TIME के साथ किए गए सर्वे के मुताबिक़, ५९% से ज्यादा अमरीका के लोग अब भविष्य की बातों पर विश्वास करते है। समय की मांग को प्रत्युत्तर देते हुए, लेखक प्रकाशितवाक्य की किताब के मुख्य विषय के बारे में स्पष्ट समझ देते है, जिसमे आनेवाले मसीह विरोधी, संतो की शहादत और उनके रेप्चर, हजार साल के राज्य, और नया स्वर्ग और नई पृथ्वी का समावेश होता है – यह सब पवित्रशास्त्र के तले और पवित्र आत्मा की अगुवाई से हुआ। यह किताब लेखक के उपदेश के द्वारा प्रकाशितवाक्य की किताब के प्रत्येक वचनों की टिप्पणी देता है। जो कोई भी यह किताब पढ़ेगा वह इस दुनिया के लिए परमेश्वर की सारी योजनाओं को समझेगा। अब यह समय आप के लिए पानी और आत्मा के सुसमाचार पर विश्वास की जरुरत को समझने का समय है, जिससे आप बुध्धि को पा सको जो आपको अन्त के समय के सारे परिक्षण और क्लेश से छूटकारा दे सके। यह दो किताबों से, और पानी और आत्मा के सुसमाचार पर विश्वास करने के द्वारा, आप प्रकाशितवाक्य में जो भविष्यवाणी की गई है उस परिक्षण और क्लेश से बच जाएंगे।Copyright © 2022 by Hephzibah Publishing House Christianity Spirituality
Episodes
  • Ch1-1. परमेश्वर के प्रकाशितवाक्य के वचन को सुने (प्रकाशितवाक्य १:१-२०)
    Dec 8 2022

    वचन १: “यीशु मसीह का प्रकाशितवाक्य, जो उसे परमेश्‍वर ने इसलिये दिया कि अपने दासों को वे बातें, जिनका शीघ्र होना अवश्य है, दिखाए; और उसने अपने स्वर्गदूत को भेजकर उसके द्वारा अपने दास यूहन्ना को बताया,”
    प्रकाशितवाक्य की पुस्तक प्रेरित यूहन्ना द्वारा लिखी गई थी, जिन्होंने ईजियन समुद्र के एक द्वीप पतमुस टापू पर रहने के दौरान यीशु मसीह के प्रकाशितवाक्य को दर्ज किया था, उस टापू पर उन्हें रोमन सम्राट डोमिनियन के शासन (लगभग ९५ AD में) के पतन के वर्षों में निर्वासन में भेजा गया था। यूहन्ना को परमेश्वर के वचन और यीशु की गवाही की साक्षी देने के लिए पतमुस द्वीप में निर्वासित कर दिया गया था, और यूहन्ना ने इस द्वीप पर पवित्र आत्मा और उसके स्वर्गदूतों की प्रेरणा के माध्यम से यीशु मसीह द्वारा दिखाए गए परमेश्वर के राज्य को देखा।

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  • Ch1-2. हमें सात युगों को जानना ही चाहिए (प्रकाशितवाक्य १:१-२०)
    Dec 8 2022

    मैं उस प्रभु का धन्यवाद करता हूँ जो हमें इस अंधकारमय युग में आशा देता है। हमारी आशा यह है कि प्रकाशितवाक्य की पुस्तक में जो लिखा है उसके अनुसार सब कुछ प्रकट होगा, और हमें विश्वास में प्रतीक्षा करनी होगी कि भविष्यवाणी के सभी वचन पूरे होंगे।
    प्रकाशितवाक्य की पुस्तक पर बहुत कुछ लिखा गया है। जबकि विद्वानों द्वारा सिद्धांत और व्याख्याएं प्रचुर मात्रा में हैं, फिर भी एक ऐसे कार्य को पाना मुश्किल है जो वास्तव में अपने दृष्टिकोण में बाइबल पर आधारित है। परमेश्वर की कृपा से ही मैं प्रकाशितवाक्य के वचन का अध्ययन और शोध करने में अनगिनत घंटे बिताकर इस पुस्तक को लिखने में सक्षम हूँ। यहाँ तक कि जब मैं अभी बोल रहा हूँ, मेरा हृदय प्रकाशितवाक्य के सत्य से भर गया है। जबकि मैंने इस पुस्तक के लिए अपनी टिप्पणियां और उपदेश तैयार किए हैं तब पवित्र आत्मा ने भी मुझे भर दिया है।

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  • Ch2-1. इफिसुस की कलीसिया को पत्री (प्रकाशितवाक्य २:१-७)
    Dec 8 2022

    वचन १: “इफिसुस की कलीसिया के दूत को यह लिख: जो सातों तारे अपने दाहिने हाथ में लिये हुए है, और सोने की सातों दीवटों के बीच में फिरता है, वह यह कहता है कि:”
    इफिसुस की कलीसिया परमेश्वर की एक ऐसी कलीसिया थी जिसे पानी और आत्मा के उस सुसमाचार पर विश्वास के द्वारा स्थापित किया गया था जिसका पौलुस ने प्रचार किया था। इस भाग में “सात सोने की दीवट” परमेश्वर की कलीसियाओं यानी पानी और आत्मा के सुसमाचार में विश्वास करने वालों के समूह को संदर्भित करती है, और “सात तारे” परमेश्वर के सेवकों को संदर्भित करते हैं। दूसरी ओर, वचन “वह जो सातों तारे अपने दाहिने हाथ में लिए हुए है,” का अर्थ है कि परमेश्वर स्वयं अपने सेवकों को थामे रहता है और उनका उपयोग करता है।

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