
Ch8-2. क्या सात तुरही की विपत्तियाँ शाब्दिक है? (प्रकाशितवाक्य ८:१-१३)
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प्रकाशितवाक्य ५ में सात मुहरों से मुहरबंद एक पुस्तक दिखाई देती है, जिसे यीशु ने ले लिया। इसका अर्थ यह था कि इस प्रकार यीशु को परमेश्वर का सारा अधिकार और सामर्थ सौंपी गई थी, और वह तब से परमेश्वर की योजना के अनुसार संसार का नेतृत्व करेगा। प्रकाशितवाक्य ८ इस सन्दर्भ के साथ खुलता है, “जब उसने सातवीं मुहर खोली, तो स्वर्ग में लगभग आधे घंटे तक सन्नाटा रहा। और मैं ने उन सात स्वर्गदूतों को देखा जो परमेश्वर के साम्हने खड़े हैं, और उन्हें सात तुरहियां दी गई हैं।” यीशु इस प्रकार पुस्तक की सातवीं मुहर खोलता है, और हमें आने वाली चीजें दिखाता है।
अध्याय ८ हमें यह बताते हुए शुरू होता है कि सात तुरहियों की विपत्तियाँ पवित्र लोगों की प्रार्थनाओं से शुरू होंगी। वचन ६ से आगे अध्याय सात तुरहियों की विपत्तियों के बारे में बात करता है जो इस संसार में लाई जाएंगी।
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